प्राचीन नाटक और आधुनिक नाटक में अन्तर | Difference between ancient drama and modern drama

नाटक- नाटक काव्य का एक रूप है जो श्रवण द्वार ही नहीं अपितु दृष्टी द्वार भी दर्शको का  मनोरंजन करती

Read more

मोचीराम कविता | लेखक-सुदामा पाण्डे धूमिल (Mochiram poem Author-Sudama Pandey Dhumil)

मोचीराम कविता | लेखक-सुदामा पाण्डे धूमिल (Mochiram poem Author-Sudama Pandey Dhumil) आदमी की कीमत हर दृष्टि से अलग-अलग होती है

Read more

हिन्दी साहित्य में सन्त काव्य की प्रमुख विशेषताएं | Main features of saint poetry in Hindi literature

सन्त कवि निर्गुणोपासक थे। वे ईश्वर को निर्गुण, निराकार, एवं सर्वव्यापी मानते हैं वे ईश्वर निर्गुण को राम, हरि नामों

Read more

भारतीय धर्म-साधना में सन्त कवियों का स्थान

यह कहा जा सकता है कि सन्तकाव्य अकृत्रिम, सहज एवं गौरव का भाव से भरा हुआ है। समाज के प्रति

Read more

आंचलिक उपन्यास के मूल तत्त्व तथा हिन्दी के आंचलिक उपन्यासकार

आंचलिक उपन्यास में क्षेत्र विशेष को समग्रता से देखने का आग्रह तथा सास्कृतिक मूल्यों की सुरक्षा के प्रति आग्रह,लोक भाषा

Read more

साहित्य में उत्तर-आधुनिकतावाद | Saahity mein Uttar-Aadhunikataavaad

उत्तर-आधुनिकतावाद  (POST-MODERNISM) सामान्यतः आधुनिकता का अगला चरण उत्तर आधुनिकता है, किन्तु उत्तर आधुनिकतावादी दृष्टि आधुनिकता के गर्भ से उत्पन्न होते

Read more

साहित्य में आधुनिकतावाद | Saahity mein Aadhunikataavaad

आधुनिकतावाद (MODERNISM) आधुनिक शब्द समय सापेक्ष है किन्तु इसका अर्थ अत्यन्त लचीला है जिसे विभिन्न संदर्भों में प्रयुक्त किया जाता

Read more

हिन्दी साहित्य में मनोविश्लेषणवाद | Hindi saahity mein manovishleshanavaad

साहित्य का सम्बन्ध मानव मन से प्रगाढ़ रूप में है , मनोविज्ञान मानव व्यवहार का अध्ययन करता है और साहित्यकार

Read more

हिन्दी साहित्य में मार्क्सवाद | Hindi Saahity Mein Maarksavaad

हिन्दी साहित्य में मार्क्सवाद – हिन्दी साहित्य में ‘प्रगतिवादी’ कविता ‘मार्क्सवाद’ से प्रभावित है। सच पूछा जाय तो मार्क्सवाद का

Read more

बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर | Baba Saheb Dr. Bhimrao Ambedkar

डॉ. भीमराव अम्बेडकर आधुनिक भारत के निर्माता, दलितों के मसीहा थे। उन्होंने नारा दिया-Educate, organise and struggle अर्थात् शिक्षित बनो,

Read more