डॉक्टर की राय, मास्टरबेशन करना सही या गलत है।
आजकल ज्यादातर किशोर मानिसक तनाव की स्थिति से गुजर रहे है, उनमें ज्यादातर इस बात को जानना चाहते है कि मास्टरबेशन करना सही है या गलत। हमारे किशोरों को इस बारे में सही जानकारी ना ही स्कूल में दी जाती है ना ही कॉलेज में जिसके कमी के कारण ज्यादातर किशोर एक तनाव पूर्ण स्थिति से गुजरते है या उन्हें मास्टरबेशन की लत लग जाती है जो किशोरो को मानसिक तनाव और आत्मगलानि से भर देता है।
हमारे धर्मिक गुरूओं का कहना है की मास्टरबेशन करना सही नहीं वीर्य पुरूषों का तेज होता है इसे इस तरह से बर्बाद नहीं करना चाहिए। मगर डॉक्टर क्या कहते है इस बारे में आईये जानते हैं।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉ.पारस शाह का कहना है कि मास्टरबेशन या हस्तमैथुन कोई बीमारी नहीं है। यह कोई बुरी बात भी नहीं है। यह सिर्फ एक आदत है। सामान्य तौर पर इसमें कोई बुराई नहीं है और इसमें कोई खतरा भी नहीं है, लेकिन लत तो किसी भी चीज की अच्छी नहीं होती. हमारे समाज की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि यहां सेक्स एजूकेशन को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता। स्कूल और कॉलेज में कभी इस बारे में किशोर-किशोरियों को कोई शिक्षा नहीं दी जाती, इसलिए हमें सही-गलत का पता नहीं चलता है। धर्मगुरु अपने प्रवचनों और पुस्तकों में कहते हैं कि एक बूंद वीर्य का मतलब है, 100 बूंद खून और एक बूंद खून का मतलब है बहुत सारा पौष्टिक आहार। जबकि इसके पीछे की वैज्ञानिक हकीकत ये है कि वीर्य हमारे शरीर में चौबीसों घंटे बनता रहता है। अगर आप हस्तमैथुन नहीं करेंगे या फिर शारीरिक संबंध नहीं बनाएंगे तो भी वीर्य अपने आप रात को नींद में निकल जाता है जिसे हम नाइट फॉल के नाम से जानते है, यह एक बहुत सामान्य प्रक्रिया है।