शब्द किसे कहते हैं और इसके क्या प्रकार है
शब्द किसे कहते हैं | What is the Word in Hindi
शब्द भाषा की लघुतम इकाई होती है । शब्दों से वाक्य बनते हैं। शब्द (shabd) भाषा के स्वतंत्र सार्थक इकाई है अर्थात शब्द (shabd) वह इकाई है जिसका प्रयोग भाषा में स्वतंत्र रूप से किया जा सकता है।
शब्द की निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं
- भाषा की स्वतंत्र व सार्थक इकाई होती है।
- किसी न किसी विचार संकल्प अथवा प्रकार्य का बोध कराता है।
- प्रत्येक शब्द का एक निश्चित अर्थ होता है ।
शब्द का अर्थ अपनी अमूर्त अवस्था में शब्द में छिपा रहता है । व मूर्त शब्द के रूप में अभिव्यक्त होकर किसी विचार अथवा प्रकार्य का बोध कराता है।
मूल शब्द तथा यौगिक शब्द:-
रचना के आधार पर शब्द दो प्रकार के होते हैं:- मूल शब्द तथा यौगिक शब्द इस प्रकार से कुछ शब्दों में 2 शब्दों को जोड़कर एक शब्द बना दिया जाता है ; जैसे – चायवाला ,पानवाला , दुकानदार आदि इनमें प्रथम शब्द मूल शब्द है तथा जब यह मूल शब्द दो इकाइयों के योग से बनते हैं तो यह यौगिक शब्द का रूप ले लेते हैं ;जैसे- ‘चाय’ शब्द के साथ ‘वाला’ अर्थात मूल शब्द ‘चाय’ तथा इसमें ‘वाला’ शब्द जुड़ने से इसका यौगिक शब्द रूप ‘चायवला’ बन गया।
पूर्ण पारिभाषिक तथा अर्धपारिभाषिक शब्द:-
पूर्ण पारिभाषिक शब्द- पारिभाषिक शब्द किसी विषय विशेष में संबंध रखते हैं; जैसे – कृषि विधि कार्यालय आदि से संबद्ध क्षेत्रों में प्रयोग होने वाले शब्द पूर्ण पारिभाषिक शब्द कहलाते हैं। इन शब्दों का प्रयोग सामान्य व्यवहार में ना करके सिर्फ उसके विषयक्षेत्र तक ही सीमित रहता है।
अर्ध पारिभाषिक शब्द- इन शब्दों को अपने विषय क्षेत्र के अतिरिक्त सामान्य व्यवहार में भी प्रयोग किया जाता है; जैसे – स्वीकृत, हस्ताक्षर, दंड, रेखा आदि।
वर्णनात्मक शब्द तथा अवधारणात्मक शब्द:-
वर्णनात्मक शब्द – तत्सम शब्दों को ही वर्णनात्मक शब्द के रूप में जाना जाता है। इस प्रकार के शब्द अधिकांश संस्कृत से लिए गए हैं। इनकी संरचना एक या दो शब्दों तथा एकाधिक प्रत्ययों के संयोग से होता है ,लेकिन वर्णनात्मक शब्द संश्लिष्ट शब्द होते हुए भी एक इकाई के रूप में स्वीकार किया जाता है।
अवधारणात्मक शब्द – अवधारणात्मक शब्द सार्थक शब्दों के द्वित्व रूप माने जाते हैं। संदर्भानुसार सार अर्थ को प्रकट करने के कारण ही इन्हें अवधारणात्मक कहा जाता है।