Chanakya Niti Hindi | चाणक्य नीति
चाणक्य द्वारा कहीं गई कुछ ऐसी बातें जो हमेशा लोगों के लिए एक सीख और एक मर्गदर्शक के रूप में कार्य करती हैं, आज आपके लिए उन सीखों का आसान शब्दों में रूपांतरण कर के लाया गया है। आप इन्हें पढकर अपने जीवन में अद्भुत बातों को जान सकते हैं।
“किसी भी व्यक्ति को भूल कर भी दुष्ट पत्नी, झूठे मित्र, बदमाश नौकर के साथ निवास नहीं करना चाहिए इनके साथ निवास करना साक्षात मृत्यु को साथ रखना है”।
“किसी भी व्यक्ति को उस स्थान पर निवास नहीं करना चाहिए जहाँ उसकी कोई ईज्जत ना हो, जहाँ वह कमा नहीं सकता, जहाँ उसके कोई मित्र ना हो और जहां से वह ज्ञान नहीं प्राप्त कर सकता ऐसी जगह रहना, मतलब व्यर्थ में जीवन गुजारना है”।
“पत्नी, मित्र, रिश्तेदार की परीक्षा मुसीबत में घिरने या बुरे वक्त के आने पर होता है जो विपरीत परिस्थितियों में तुम्हारा साथ देता है वहीं तुम्हारा सच्चे मायनों में अपना होता है”।
“अच्छा मित्र वो होता है जो कभी आपको मुसिबत में छोङकर भगता नहीं है”।
“सीख आपको किसी से भी प्राप्त हो चाहे वो स्त्री हो, पुरूष हो ,उच्च कुल का हो या नीच कुल का हो, सुन्दर हो या कुरूप हो आपको उससे ज्ञान ग्रहण करना चाहिए, ज्ञान का कोई कुल नहीं होता”।
“ऐसे लोगो से हमेशा बचना चाहिए जो मुंह पर मीठा बोलते हो और पीठ पीछे आपकी बुराई करते हो ऐसे लोग विष से भरे उस घङे के समान होते है जिसके ऊपर दूध भरा होता है”।
“आपका चाहें कितना भी अच्छा मित्र हो उसे कभी भी अपनी सभी बातें ना बताये क्योंकि ऐसे इंसान जब रूष्ट होते है तो आपके सभी राज से परदा खोल देते हैं”।
“जो माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षा नहीं देते हैं वो अपने बच्चों के शत्रु होते हैं और विद्वानों की साभ में अपने बच्चों के अपमान का कारण होते हैं”।
“एक दुष्ट व्यक्ति का साथ एक सांप के साथ रहने से भी ज्यादा खतरनाक होता है, एक सांप खतरा होने पर डंसता है पर एक दुष्ट व्यक्ति पग पग पर आपको डंसता है”।
“सज्जन व्यक्ति वहीं है जो मुसिबत पङने पर भी अपने सदगुणों को नहीं त्यागता है”।
“रूप, यौवन से सम्पन्न व्यक्ति बिना विद्या के पलास के फूल के समान होता है जो सुन्दर तो है पर उसमें खुशबू नहीं होती है”।
“अति हमेशा परेशानियों का जन्मदाता होता है”।